परिवर्तन और विकास का संकल्प पत्र

लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण की दिशा में कदम: अनुच्छेद 243 के तहत त्रिस्तरीय पंचायत प्रणाली में नगर पालिका का गठन कर उसे संवैधानिक दर्जा प्रदान किया गया है। संविधान की 12वीं अनुसूची के अंतर्गत नगर पालिकाओं को 18 विषय सौंपे गए हैं, जिन पर निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को विकास कार्य करने होते हैं। हालांकि, पिछले दो दशकों से ऋषिकेश में भ्रष्ट जनप्रतिनिधियों और भूमाफियाओं के कारण विकास कार्य बाधित हुए हैं।

मैं, आशुतोष शर्मा, आपके समर्थन और आशीर्वाद से इन संकल्पों को साकार करने के लिए आपके साथ हूँ। ऋषिकेश को एक स्वच्छ, स्वस्थ, और समृद्ध नगर बनाने के लिए अपना अमूल्य समर्थन दें।

आप सभी नगरवासियों के आशीर्वाद के साथ निम्न संकल्पों के साथ उपस्थित हूँ:

  • भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन:

    मेरी पहली प्राथमिकता नगर निगम ऋषिकेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाना होगी। इस दिशा में पहल मैं स्वयं करूंगा। चुनाव पूर्व ही एक श्वेत पत्र जारी कर, भ्रष्टाचार न करने का संकल्प आप सभी के सामने रखा जाएगा। यदि मुझे नगर निगम ऋषिकेश की सेवा का मौका मिलता है और मेरे कार्यकाल में एक भी भ्रष्टाचार का आरोप सिद्ध होता है, तो मैं उसी दिन इस्तीफा दे दूंगा। साथ ही, पिछले 20 वर्षों के जनप्रतिनिधियों के कार्यों की भी जांच कराई जाएगी।

  • उन्नत जल निकास और सीवरेज व्यवस्था:

    नगर निगम ऋषिकेश में उन्नत जल निकास प्रणाली और सीवरेज व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाएगा, ताकि वर्षा के समय ड्रेनेज की समस्या का स्थायी समाधान हो सके।

  • शिक्षा का उन्नयन:

    नगर निगम प्रशासन प्राथमिक स्कूलों को उन्नत बनाने में पूरा योगदान देगा, ताकि गरीब और वंचित वर्ग के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो सके। साथ ही, नगर निगम के प्रत्येक वार्ड में पुस्तकालय और वाचनालय की व्यवस्था प्राथमिकता के आधार पर की जाएगी।

  • प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयुक्त वातावरण:

    आई ए एस, पी सी एस और ग्रुप सी की परीक्षाओं के लिए एक उपयुक्त वातावरण तैयार करना मेरी प्राथमिकता होगी, ताकि नगर के युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सहायता मिल सके।

  • स्वच्छता और कूड़ा प्रबंधन:

    स्वास्थ्य, स्वच्छता, सफाई, और कूड़ा-करकट प्रबंधन नगर निगम प्रशासन की प्राथमिकता रहेगी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों (आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, आशा और ANM) के साथ मिलकर आम जनों को बेहतर सुविधा प्रदान की जाएगी।

  • सफाई व्यवस्था में सुधार:

    नगर निगम क्षेत्र में सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अतिरिक्त सफाई कर्मियों की नियुक्ति की जाएगी। त्रिवेणी घाट में प्रातः और रात्रिकालीन दो बार सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। सूखा, गीला और मेडिकल वेस्ट का उचित निपटान किया जाएगा।

  • जन सुविधाओं का उन्नयन:

    सड़क, नाली, पथप्रकाश, और पार्क जैसी जन सुविधाओं को बेहतर बनाया जाएगा। प्राथमिकता के आधार पर नगर निगम ऋषिकेश में पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। सड़क दुर्घटनाओं से बचाव हेतु पशुओं के लिए कांजी हाउस और शेल्टर होम की व्यवस्था की जाएगी।

  • कल्याणकारी योजनाओं का लाभ:

    केंद्र, राज्य, और स्थानीय निकाय द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम नागरिकों तक पहुँचाना मेरी प्राथमिकता होगी। समाज के वंचित वर्गों, जैसे दिव्यांग और मानसिक रूप से मंद व्यक्तियों के हितों की रक्षा की जाएगी।

  • छोटे उद्यमियों का समर्थन:

    सड़क पर फ्री रेडी और पटरी पर कारोबार करने वाले वेंडर्स के हितों की रक्षा के लिए कार्य किया जाएगा। छोटे और लघु उद्यमियों को सरकारी योजनाओं से जोड़ा जाएगा। नगरीय निर्धनता उन्मूलन हेतु रोजगारपरक योजनाओं से नगरवासियों को जोड़ा जाएगा।

  • संपत्ति कर में सुधार:

    अवास्तविक रूप से संपत्ति कर में वृद्धि को वापस लेने और नई तर्कसंगत प्रणाली लागू करने हेतु राज्य सरकार से मांग की जाएगी, जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिल सके।

  • तीर्थाटन का प्रोत्साहन:

    ऋषिकेश, चारधाम यात्रा का द्वार है। तीर्थयात्रियों के लिए धर्मशाला और सराय की उचित व्यवस्था करना नगर निगम का प्राथमिक उद्देश्य होगा।

  • पर्यावरण संरक्षण:

    पर्यावरण संरक्षण और पारिस्थितिकी की अभिवृद्धि हेतु हरित पट्टी का निर्माण किया जाएगा और हरेला जैसे कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया जाएगा।

  • नागरिक सेवाओं और नगर निगम प्रबंधन में सुधार:

    नगर निगम की सेवा प्रदायगी को और अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाया जाएगा। नागरिकों को नगर निगम की सेवाओं का तेजी से लाभ मिल सके, इसके लिए डिजिटल टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा। एक ‘सिटीजन चार्टर’ जारी किया जाएगा जिसमें हर सेवा की समय सीमा तय की जाएगी, ताकि नागरिकों को सेवाओं के लिए बार-बार चक्कर न काटने पड़ें।

  • सुरक्षा और आपातकालीन सेवाओं का उन्नयन:

    नगर निगम ऋषिकेश में आपातकालीन सेवाओं की सुधार हेतु एक आधुनिक नियंत्रण कक्ष की स्थापना की जाएगी। सुरक्षा व्यवस्था के तहत CCTV कैमरों का विस्तार और पुलिस के साथ तालमेल बढ़ाकर शहर को और सुरक्षित बनाया जाएगा।

  • सामुदायिक सहभागिता:

    नगर निगम की योजनाओं और कार्यों में सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा दिया जाएगा। हर वार्ड में सामुदायिक बैठकों का आयोजन किया जाएगा ताकि स्थानीय समस्याओं का समाधान त्वरित रूप से हो सके।